राजस्थान चुनाव: कौनसी पार्टी किस नंबर पर
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव में राज्य की 150 सीटें ऐसी रहीं, जहां भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से रहा। भाजपा को जहां रिकार्ड 162 सीटें मिली हैं, लेकिन 24 सीटें ऐसी रही जहां भाजपा दूसरे स्थान पर रही। शेष 26 सीटों पर भाजपा तीसरे और चौथे नंबर पर रही।
पिछली बार राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बसपा को इस बार तीन सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। एनपीपी और जमींदारा पार्टी ने पहली बार उपस्थिति दर्ज कराई है। एनपीपी 10 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही, जमींदारा पार्टी एक सीट पर दूसरे स्थान पर रहीं। एनपीपी ने चार सीटें जीतकर तीसरे सबसे बड़े दल के रूप में पहचान कायम की है। इसमें से दो सीटें तो पति-पत्नी डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और गोलमा देवी की है।
बसपा तीन सीटों पर जीती, पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रहीं। कम्युनिस्टों को इस बार राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन दो सीटों पर माकपा के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे। सपा से पिछली बार एक विधायक था और इस बार उसे ही हार का सामना करना पड़ा। हर बार की तरह निर्दलीयों ने भी अपनी ताकत दिखाने में कसर नहीं छोड़ी। प्रदेश में जहां सात निर्दलीय जीते हैं, वहीं आठ सीटों पर निर्दलीय दूसरे स्थान पर रहे।
पिछली बार राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बसपा को इस बार तीन सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। एनपीपी और जमींदारा पार्टी ने पहली बार उपस्थिति दर्ज कराई है। एनपीपी 10 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही, जमींदारा पार्टी एक सीट पर दूसरे स्थान पर रहीं। एनपीपी ने चार सीटें जीतकर तीसरे सबसे बड़े दल के रूप में पहचान कायम की है। इसमें से दो सीटें तो पति-पत्नी डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और गोलमा देवी की है।
बसपा तीन सीटों पर जीती, पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रहीं। कम्युनिस्टों को इस बार राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन दो सीटों पर माकपा के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे। सपा से पिछली बार एक विधायक था और इस बार उसे ही हार का सामना करना पड़ा। हर बार की तरह निर्दलीयों ने भी अपनी ताकत दिखाने में कसर नहीं छोड़ी। प्रदेश में जहां सात निर्दलीय जीते हैं, वहीं आठ सीटों पर निर्दलीय दूसरे स्थान पर रहे।